बाघ हमला से पश्चिमी चंपारण के गोबर्धनना वन क्षेत्र में एक चरवाहे की मौत, ग्रामीणों में दहशत और वन विभाग ने बढ़ाई निगरानी।
पटना, बिहार | शुक्रवार, 4 अक्टूबर 2025
बाघ हमला ने एक बार फिर पश्चिमी चंपारण के ग्रामीण इलाकों में दहशत फैला दी है। गोबर्धनना वन क्षेत्र से सटे बनहवा मटियरिया गांव के पास शुक्रवार शाम जंगल में भैंस चराने गए भजन मुसहर (40 वर्ष) पर बाघ ने अचानक हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान गांव के ही नमी मुसहर के पुत्र के रूप में हुई है।
झाड़ियों से निकला बाघ, चरवाहों में अफरातफरी
गवाहों के अनुसार, बाघ हमला उस वक्त हुआ जब भजन मुसहर अपने साथियों के साथ भैंसों को लेकर लौट रहा था। शाम करीब पांच बजे अचानक झाड़ियों से बाघ निकल आया और भजन पर झपटा। वह उसे घसीटते हुए जंगल की गहराई में ले गया। साथी चरवाहों के शोर मचाने पर ग्रामीण मौके पर दौड़े, लेकिन तब तक बाघ ओझल हो चुका था।
वन विभाग की टीम ने रात में बरामद किया शव
घटना की खबर मिलते ही वन विभाग की टीम देर शाम मौके पर पहुंची और सर्च ऑपरेशन शुरू किया। करीब रात नौ बजे भजन मुसहर का शव जंगल से बरामद किया गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मटियरिया थाना पहुंचाया और पोस्टमार्टम के लिए जीएमसीएच बेतिया भेज दिया।
गांव में डर का माहौल, रातभर रखी जा रही निगरानी
घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने लाठी-डंडे लेकर रातभर पहरा दिया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पिछले कुछ महीनों में जिले के कई वन क्षेत्रों में बाघ हमला की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। हाल ही में किशुन महतो नामक व्यक्ति की भी इसी तरह मौत हो गई थी।
वन विभाग की अपील – “अकेले जंगल में न जाएं”
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि क्षेत्र में बाघ की गतिविधियों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। सुरक्षा टीमों को तैनात किया गया है और ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें तथा अकेले जंगल के भीतर न जाएं।