तेलंगाना की विधान परिषद सदस्य और पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (KCR) की बेटी के. कविता ने शनिवार को अपने पिता की पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS) से इस्तीफ़ा दे दिया। यह फ़ैसला उन्होंने पार्टी से निलंबन के सिर्फ़ एक दिन बाद लिया। इस्तीफ़ा देते समय कविता ने कहा, “मुझे पद की कोई लालसा नहीं है। मैं बीआरएस से इस्तीफ़ा दे रही हूँ और अपना इस्तीफ़ा विधान परिषद के सभापति को सौंप रही हूँ।”
कविता ने इस दौरान अपने पिता के सलाहकारों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बीआरएस के भीतर ही कुछ नेताओं ने पार्टी को तोड़ने की साज़िश रची है। उनके मुताबिक़, “कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ और राजनीतिक फायदे के लिए बीआरएस परिवार को तोड़ चुके हैं। मैं अपने पिता से अपील करती हूँ कि वह अपने आस-पास बैठे लोगों के असली इरादों और नीयत पर ग़ौर करें।”
‘मैंने कभी पार्टी विरोधी काम नहीं किया’
पत्रकारों से बातचीत में के. कविता ने कहा कि जेल से रिहाई के बाद से वह लगातार पार्टी के लिए काम कर रही थीं। उन्होंने कहा, “मैंने पिछली बार अगस्त में तिहाड़ जेल से छूटने के बाद कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण की लड़ाई लड़ी और कांग्रेस सरकार की नीतियों का विरोध भी किया। यह सब मैंने बीआरएस का झंडा उठाकर किया। मुझे समझ नहीं आता कि इनमें कौन-सी गतिविधियाँ पार्टी विरोधी थीं।”
हरिश राव और रेवंथ रेड्डी पर गंभीर आरोप
कविता ने एक बार फिर अपने चचेरे भाई और वरिष्ठ बीआरएस नेता टी. हरिश राव पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि हरिश राव ने कांग्रेस के मुख्यमंत्री ए. रेवंथ रेड्डी के साथ मिलकर उनके परिवार – यानी केसीआर और केटीआर (कार्यकारी अध्यक्ष के. टी. रामा राव) – को निशाना बनाया।
उन्होंने आरोप लगाया, “रेवंथ रेड्डी को जवाब देना चाहिए कि उन्होंने सिर्फ़ मेरे परिवार पर केस क्यों किए। जब कालेश्वरम प्रोजेक्ट शुरू हुआ था तब हरिश राव सिंचाई मंत्री थे। लेकिन उनके ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं हुई। यह साफ़ दिखाता है कि दोनों में मिलीभगत है।”
के. कविता का निलंबन पर जवाब
ग़ौरतलब है कि शुक्रवार शाम बीआरएस ने कविता को पार्टी से निलंबित कर दिया था। बयान में कहा गया था कि उनकी “हाल की गतिविधियाँ और लगातार पार्टी विरोधी रवैया” अनुशासनात्मक कार्रवाई का कारण बना। इसके बाद कविता ने कहा, “कुछ नेताओं ने मेरे ख़िलाफ़ बयान दिए और मैंने उनका जवाब दिया। मैंने बस इतना कहा कि ‘गोल्डन तेलंगाना’ का मतलब यह नहीं कि सोना सिर्फ़ हरिश राव और संतोष राव के घरों में चमके।”
कविता का इस्तीफ़ा ऐसे समय में आया है जब कांग्रेस सरकार ने कालेश्वरम प्रोजेक्ट की अनियमितताओं की जांच सीबीआई को सौंप दी है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में यह मुद्दा तेलंगाना की राजनीति को और गर्मा सकता है।