नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दौरान पूरे राज्य में कुल 84 जनसभाएँ कीं — 11 सड़क मार्ग से और 73 हवाई मार्ग से। मुख्यमंत्री ने जनता से सीधा संवाद कर विकास, सुशासन और जनकल्याण पर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। पूरी रिपोर्ट पढ़ें Qalam Times News Network पर।
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पटना | 9 नवम्बर 2025
नीतीश कुमार का जनसंपर्क अभियान: जनता से सीधा जुड़ाव
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस विधानसभा चुनाव में एक बार फिर यह साबित किया है कि उनके लिए राजनीति से ज़्यादा अहम जनता से जुड़ाव और जनसेवा है।
पूरा बिहार घूमते हुए नीतीश कुमार ने कुल 84 जनसभाएँ कीं — जिनमें 11 सभाएँ सड़क मार्ग से और 73 सभाएँ हवाई मार्ग से आयोजित हुईं।यह अभियान उनकी कार्यशैली का प्रमाण है — न थकने वाला सफर, लोगों के बीच रहकर संवाद करना, और सरकार की योजनाओं को सीधा जनता तक पहुँचाना।
हर सभा में विकास और सुशासन पर जोर
इन सभाओं में नीतीश कुमार ने राज्य के अलग-अलग कोनों में जाकर जनता से संवाद किया।
उन्होंने एनडीए सरकार की योजनाओं — जैसे जल-जीवन-हरियाली, मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण योजना, सात निश्चय भाग-दो — की जानकारी दी और बताया कि बिहार का विकास कैसे जनभागीदारी से आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास और सुशासन उनकी राजनीति की नींव हैं, और यही विश्वास बिहार को नए युग की ओर ले जा रहा है।
1,000 किलोमीटर की सड़क यात्रा और 8 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा
नीतीश कुमार केवल मंचों तक सीमित नहीं रहे। उन्होंने लगभग 1,000 किलोमीटर की सड़क यात्रा की और 8 विधानसभा क्षेत्रों में जनता से सीधा संवाद किया।रास्ते में उन्होंने एनडीए प्रत्याशियों से मुलाकात की, उन्हें माला पहनाकर सम्मानित किया और जनता से उनके समर्थन की अपील की। यह यात्रा इस बात का प्रमाण है कि वे केवल भाषण नहीं, बल्कि वास्तविक संपर्क में विश्वास रखते हैं — जमीन पर उतरकर जनता की नब्ज़ समझना और उनकी अपेक्षाओं को सुनना।
नीतीश कुमार की प्रतिबद्धता और जनविश्वास
नीतीश कुमार का यह व्यापक जनसंपर्क अभियान दिखाता है कि वे बिहार के विकास, सुशासन और जनकल्याण के अपने संकल्प पर पूरी तरह केंद्रित हैं।
उनकी यह सक्रियता सिर्फ चुनावी औपचारिकता नहीं बल्कि जनता के बीच भरोसे को और मजबूत करने का प्रयास है। राज्यभर में हुई 84 सभाएँ इस बात की गवाही देती हैं कि मुख्यमंत्री अब भी बिहार की जनता के साथ “सीधे संवाद” की परंपरा को जीवित रखे हुए हैं।
उनकी यही नीति — काम और संपर्क — एनडीए के प्रति जनता के विश्वास को और गहरा कर रही है।






