उत्तर प्रदेश के सहारनपुर ज़िले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक मुस्लिम पिता को उसकी बेटी की छेड़छाड़ की शिकायत करने पर स्कूल में ही बेरहमी से पीटा गया। आरोप है कि प्रिंसिपल ने पीड़ित पिता की बात सुनने के बजाय बाहरी लोगों को बुलाकर हमला करवाया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पूरे ज़िले में तनाव और गुस्से का माहौल है। पीड़ित गंभीर रूप से घायल है और ज़िला अस्पताल में इलाज जारी है।
शिकायत करने गए मुस्लिम पिता पर हमला
यह घटना सहारनपुर ज़िले के गंगोह थाना क्षेत्र के एक निजी स्कूल की है। पीड़ित पिता का आरोप है कि उसकी बेटी के साथ एक छात्र लंबे समय से छेड़छाड़ कर रहा था। जब वह शिकायत लेकर प्रिंसिपल के पास पहुँचे तो प्रिंसिपल ने कार्रवाई करने के बजाय कुछ बाहरी लोगों को बुलाया जिन्होंने पिता की बेरहमी से पिटाई कर दी।
पीड़ित वर्तमान में ज़िला अस्पताल में भर्ती है और गंभीर चोटों से जूझ रहा है। इस घटना ने न सिर्फ़ इलाके में सनसनी फैला दी है बल्कि स्कूल प्रशासन की भूमिका पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बेटी की दहला देने वाली आपबीती
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पीड़िता ने मीडिया से कहा,“मैंने कई बार अपने शिक्षकों से शिकायत की, लेकिन उन्होंने बस हंसकर टाल दिया और कभी गंभीरता से नहीं लिया। अब पढ़ाई पर ध्यान नहीं लग रहा। मैं अब स्कूल जाने से डरती हूँ।”
परिजनों ने प्रिंसिपल पर लगाया संगीन आरोप
पीड़ित परिवार का कहना है कि स्कूल प्रशासन ने न सिर्फ़ बच्ची की शिकायतों को नज़रअंदाज़ किया बल्कि पिता को न्याय दिलाने के बजाय उन पर हमला करवाया। एक परिजन ने मीडिया से कहा,
“जब मेरा भाई शिकायत करने गया तो प्रिंसिपल ने उसकी एक न सुनी। इसके बजाय उसने गुंडों को बुलाया और उसे बुरी तरह पिटवाया।”
परिवार का आरोप है कि प्रिंसिपल आरोपी छात्र का बचाव कर रहा है और पूरे मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है।
प्रिंसिपल का बचाव
वहीं दूसरी ओर, स्कूल प्रिंसिपल ने इन आरोपों से साफ इनकार किया है। उनका कहना है कि उन्होंने मामले की जांच 29 अगस्त को ही की थी और आरोपी छात्र को दोषी पाए जाने पर स्कूल से निष्कासित कर दिया था। प्रिंसिपल का दावा है कि बाद में लड़की का परिवार स्कूल आया और हंगामा करने लगा तथा स्टाफ के साथ अभद्रता की।
लेकिन पीड़ित परिवार ने इस बयान को सिरे से ख़ारिज कर दिया। उनका कहना है कि प्रिंसिपल साफ झूठ बोल रहा है और अपनी भूमिका छुपाने के लिए कहानी गढ़ रहा है।
सामाजिक कार्यकर्ताओं और समुदाय का गुस्सा
यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल होते ही समाज में गुस्से की लहर फैल गई। कई कार्यकर्ताओं और समुदाय के नेताओं ने इसे मुस्लिम परिवारों के साथ भेदभाव का मामला बताया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार स्थानीय कार्यकर्ता मोहम्मद सलीम ने कहा,“यह सिर्फ़ लापरवाही नहीं, यह क्रूरता है। एक मुस्लिम पिता अपनी बेटी की इज़्ज़त बचाने स्कूल गया और उसे वहीं पीटा गया। यह दिखाता है कि मुसलमानों को किस तरह पक्षपात और कानूनहीनता का सामना करना पड़ रहा है।”
समुदाय के बुज़ुर्ग मौलाना तारिक़ ने कहा,
“यह मामला हमारी बेटियों की सुरक्षा और इंसाफ़ का है। अगर एक मुस्लिम पिता अपनी बेटी की शिकायत करने पर पिट जाता है, तो हमारे बच्चे स्कूलों में खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करेंगे?”
घटना के बाद सहारनपुर में तनाव का माहौल है। स्थानीय लोग स्कूल प्रशासन के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने बताया है कि मामले की जांच की जा रही है। हालांकि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पीड़ित परिवार और स्कूल प्रशासन दोनों के बयान दर्ज किए गए हैं और घटना की असलियत सामने लाने के लिए साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।