छपरा के गरखा में शमीम अहमद ने कहा — “यह लेने-देने का नहीं, लोकतंत्र बचाने का वक्त है।” उन्होंने जनता से हिंदू-मुस्लिम एकता, रोज़गार और संविधान की रक्षा पर वोट करने की अपील की।
Qalam Times News Network | छपरा | 25 अक्टूबर 2025
लोकतंत्र बचाने का वक्त — शमीम अहमद का गरखा में भावनात्मक संदेश
लोकतंत्र की रक्षा और हिंदू-मुस्लिम एकता के आह्वान के साथ बिहार के छपरा ज़िले के गरखा विधानसभा क्षेत्र में आज INDIA गठबंधन के वरिष्ठ नेता शमीम अहमद ने दिनभर कई जनसभाओं को संबोधित किया। सुबह 11 बजे से शाम 7 बजे तक चली बैठकों में उन्होंने साफ़ शब्दों में कहा —
“यह लेने-देने या सौदेबाज़ी का नहीं, लोकतंत्र बचाने का वक्त है।”
शमीम अहमद ने ज़ोर देकर कहा कि जनता को लोकतंत्र, रोज़गार और संविधान की सुरक्षा जैसे असली मुद्दों पर वोट करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदू-मुस्लिम एकता आज के दौर की सबसे बड़ी ज़रूरत है, क्योंकि यही हमारी सामाजिक ताक़त और लोकतंत्र की नींव है।
“हमें एकजुट होकर लोकतंत्र और भाईचारे की हिफ़ाज़त करनी है”
अपने संबोधन में शमीम अहमद ने कहा —“अब वक्त हिस्सा माँगने का नहीं, बल्कि एकजुट होकर लोकतंत्र और भाईचारे की हिफ़ाज़त करने का है। ऐसी सरकार चाहिए जो सबको साथ लेकर चले, नफ़रत नहीं बल्कि मोहब्बत और इंसाफ़ का पैग़ाम दे।”
उन्होंने जनता को याद दिलाया कि INDIA गठबंधन ने बिहार की 30 विधानसभा सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं, इसलिए वोटों का बँटवारा न होने दें और बाहरी ताक़तों के बहकावे में न आएँ।
“तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाकर बिहार को नई दिशा दें”

शमीम अहमद ने अपने जोशीले अंदाज़ में कहा —“यह वक्त किसी भ्रम या लालच में पड़ने का नहीं, बल्कि लोकतंत्र और हिंदू-मुस्लिम एकता को बचाने का वक्त है। हमें तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाकर बिहार में ऐसी सरकार लानी है जो हर वर्ग की आवाज़ सुने, रोज़गार दे और सबका सम्मान करे।”
सभा में इजाज़ खान ने भी राजद उम्मीदवारों को भारी मतों से जिताने की अपील की, जबकि मोहम्मद रफ़ी मंच पर उपस्थित रहे।
जनता का उत्साह और माहौल में बदलाव

गरखा के अलग-अलग इलाकों में शमीम अहमद के भाषणों के दौरान उमड़ी भीड़ और गूंजते नारों ने साफ़ दिखा दिया कि चुनावी हवा अब मज़बूती से INDIA गठबंधन की ओर बढ़ रही है। लोगों के जोश और एकता के माहौल ने यह साबित कर दिया कि जनता अब सचेत है — और उसे मालूम है कि लोकतंत्र बचाने का वक्त सचमुच आ गया है।






