बिहार चुनाव 2025 में वोट शेयर के आधार पर RJD 23% वोट के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी। भाजपा, जदयू, कांग्रेस और अन्य दलों के वोट प्रतिशत का पूरा विश्लेषण पढ़ें।
Qalam Times News Network
Patna | 16 November 2025
वोट शेयर—अगर इस एक पैमाने से बिहार चुनाव 2025 का राजनीतिक वजन तौला जाए, तो सबसे ऊपर खड़ी दिखती है RJD। इस बार RJD ने 143 सीटों पर चुनाव लड़ा और 23% मत पाकर वोट शेयर की सूची में सबसे आगे रही, भले ही सीटों के मामले में उसे भारी गिरावट झेलनी पड़ी।
दिलचस्प बात यह है कि वोट शेयर के मामले में RJD नंबर-1 रही, लेकिन उसकी सीटें 75 से घटकर 25 रह गईं। वहीं भाजपा और जदयू ने कम सीटों पर चुनाव लड़कर भी मजबूत बढ़त और ज्यादा जीत हासिल कर ली, जिससे समीकरण पूरी तरह बदल गया।
सबसे बड़ा वोट बेस, सबसे कम सीटें

RJD ने इस बार 143 सीटों पर उम्मीदवार उतारे और कुल 23% वोट हासिल किए।
2020 में उसके पास 23.11% वोट थे—यानी इस बार 0.11% की गिरावट।
सीटें पिछले चुनाव के 75 से घटकर सिर्फ 25 रह गईं।
कुल मत: 1,15,46,055
भाजपा—वोट शेयर बढ़ा, सीटें भी बढ़ीं
भाजपा 101 सीटों पर लड़ी और:
- वोट शेयर:08%
- कुल वोट: 1,00,81,143
- 2020 की तुलना में वोट प्रतिशत में 34% की बढ़त
- सीटें इस बार 89 मिलीं
जदयू—सबसे बड़ा उछाल
जदयू ने भी 101 सीटों पर चुनाव लड़ा:
- वोट शेयर:25%
- 2020 में यह सिर्फ 39% था
- यानी 86% का शानदार इजाफा
- सीटें: 85
कांग्रेस और वामपंथी दलों को बड़ा नुकसान
कांग्रेस
- 2020: 9.48%
- 2025: 71%
- 13% की गिरावट
- इस बार 61 सीटों पर लड़ी (2020 में 70)
CPI-ML
- 2020: 3.16%
- 2025: 84%
- 32% की गिरावट
LJP (RV)—सीटें बढ़ीं, वोट शेयर घटा

चिराग पासवान की LJP (राम विलास) को:
- वोट शेयर:97%
- 2020: 5.66%
- इस बार पार्टी सिर्फ 28 सीटों पर लड़ी (पहले 135)
- सीटें इस बार 19 मिलीं
अन्य पार्टियों का वोट प्रतिशत
- BJP — 08%
- RJD — 00%
- JDU — 25%
- Congress — 71%
- LJP (RV) — 97%
- CPI-ML — 84%
- AIMIM — 85%
- BSP — 62%
- CPI — 74%
- CPM — 60%
- NOTA — 81%
- अन्य — 14%
कुल तस्वीर—RJD नंबर-1, लेकिन सत्ता से दूर
वोट शेयर के लिहाज से RJD सबसे बड़ी पार्टी बनी है, लेकिन
- उसके वोट में केवल 11% की गिरावट ने
- उसकी सीटों को 75 से घटाकर 25 कर दिया।
वहीं,
- भाजपा और जदयू के वोट शेयर में बढ़ोतरी ने
- NDA को रिकॉर्ड-तोड़ जीत दिला दी।
बिहार की राजनीति में यह चुनाव साफ इशारा करता है कि
वोट शेयर और सीटें हमेशा एक रेखा में नहीं चलते।






