बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों के साथ समीक्षा बैठक की, मतदाताओं की भागीदारी और मतदान केंद्रों की व्यवस्था पर चर्चा हुई।
कालम टाइम्स न्यूज़ नेटवर्क, पटना, बिहार | 5 अक्टूबर 2025
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने सभी दलों को सशक्त लोकतंत्र का महत्वपूर्ण हिस्सेदार बताया और उन्हें मतदान एवं मतगणना अभिकर्ताओं की नियुक्ति सुनिश्चित करने के लिए आह्वान किया।
बैठक में राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे, जिनमें आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, भारतीय जनता पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, नेशनल पीपुल्स पार्टी, जनता दल (यू), लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), राष्ट्रीय जनता दल और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी शामिल थे। सभी दलों ने अपनी राय और सुझाव साझा किए और आयोग की पहलों की सराहना की।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने दलों को बताया कि आयोग प्रत्येक मतदान केंद्र पर अधिकतम 1,200 मतदाताओं की संख्या रखने, पोस्टल बैलेट की गिनती को ईवीएम की अंतिम से पहले वाले राउंड से पहले पूर्ण करने और मतदान केंद्र छोड़ने से पहले पीठासीन पदाधिकारी द्वारा फॉर्म-17C उपलब्ध कराने जैसे कदम उठा रहा है। उन्होंने राजनीतिक दलों से कहा कि वे मतदाताओं के साथ मिलकर चुनाव को उत्सव की भावना में मनाएं।
सभी राजनीतिक दलों ने आयोग पर पूर्ण विश्वास जताया और स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने के उसके दायित्व पर भरोसा व्यक्त किया। दलों ने सुझाव दिया कि अधिकतम मतदाता भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए चुनाव छठ पर्व के तुरंत बाद कराए जाएं और इसे यथासंभव कम चरणों में सम्पन्न किया जाए।
बैठक के बाद आयोग ने जिला निर्वाचन पदाधिकारियों, पुलिस महानिरीक्षकों, उप-महानिरीक्षकों, वरीय पुलिस अधीक्षकों और पुलिस अधीक्षकों के साथ चुनाव की योजना, ईवीएम प्रबंधन, लॉजिस्टिक्स, मतदान केंद्रों का पुनर्गठन, मतदानकर्मियों का प्रशिक्षण, जब्ती कार्यवाही, कानून-व्यवस्था, मतदाता जागरूकता और पहुँच गतिविधियों पर विस्तृत समीक्षा की। राजनीतिक दलों के सुझावों के आधार पर अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे पूरी निष्पक्षता से कार्य करें और किसी भी शिकायत या आपत्ति का त्वरित समाधान सुनिश्चित करें।
साथ ही, आयोग ने सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को यह निर्देश भी दिया कि वे सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों की निगरानी करें और आवश्यक होने पर त्वरित कानूनी कार्रवाई करें। इस बैठक के माध्यम से आयोग ने स्पष्ट किया कि बिहार विधानसभा चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी होंगे और सभी दलों को समान अवसर प्राप्त होंगे।
राजनीतिक दलों का भरोसा और सहयोग
सभी राजनीतिक दलों ने आयोग पर पूर्ण विश्वास व्यक्त किया और स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने के उसके दायित्व पर भरोसा जताया।