महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और NCP अध्यक्ष अजित पवार विवाद में घिर गए हैं। सोलापुर जिले के कर्माला में ‘मुर्रम’ की अवैध खुदाई रोक रही IPS अधिकारी अंजना कृष्णा के साथ उनके हालिया वीडियो कॉल ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। वीडियो में पवार अधिकारी से कहते हुए सुनाई दिए कि वह कार्रवाई करेंगे और उनसे संपर्क करने के लिए नंबर मांगते हैं।
अजित पवार ने बाद में सफाई दी कि उनका मकसद केवल जमीन पर तनाव बढ़ने से रोकना था और कानून प्रवर्तन में किसी भी तरह का हस्तक्षेप करना उनका उद्देश्य नहीं था।
वायरल वीडियो और घटनाक्रम
31 अगस्त को अंजना कृष्णा अवैध खुदाई की रोकथाम कर रही थीं। इसी दौरान NCP कार्यकर्ता बाबा जगताप ने पवार को कॉल किया और फोन अधिकारी को सौंप दिया। वीडियो में पवार अधिकारी से कहते हैं, “मैं तेरे ऊपर एक्शन लूँगा। तुझे मुझे देखना है ना? तेरा नंबर दे दो या WhatsApp कॉल करो।”
अंजना कृष्णा ने कहा कि वह अपने नंबर पर कॉल करें। पवार reportedly भड़क गए और वीडियो कॉल के जरिए सीधे अधिकारी से बात करते हुए कार्रवाई रोकने और स्थानीय तहसीलदार के साथ समन्वय करने के लिए कह रहे थे।
IPS अधिकारी अंजना कृष्णा का परिचय
अंजना कृष्णा, 2022 बैच की IPS अधिकारी, वर्तमान में सोलापुर जिले के कर्माला में DSP के पद पर तैनात हैं। UPSC में All India Rank 355 हासिल करने वाली अंजना को उनके पेशेवर क्षेत्र में ईमानदारी और कड़े फैसलों के लिए जाना जाता है। केरल की रहने वाली अंजना का शैक्षणिक और पारिवारिक जीवन सामान्य रहा, लेकिन वायरल वीडियो के बाद वह चर्चा में आ गई हैं।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
शिवसेना नेता संजय राउत ने पवार पर IPS अधिकारी को धमकाने और अवैध खुदाई में शामिल लोगों की रक्षा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “अवैध खुदाई राज्य को नुकसान पहुंचाती है और आप वित्त मंत्री होने के नाते कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे?”
वहीं, NCP सांसद सुनील टाटकर का कहना है कि वीडियो जानबूझकर लीक किया गया। उनका दावा है कि पवार का उद्देश्य कार्रवाई रोकना नहीं था, बल्कि पार्टी के कार्यकर्ताओं को शांत करना था।
सोलापुर की पृष्ठभूमि
सोलापुर में अवैध मुर्रम खुदाई गंभीर समस्या बन गई है। मुर्रम सड़क निर्माण में उपयोग होता है और इसकी चोरी से राज्य को आर्थिक नुकसान होता है। इस बीच अधिकारी और राजनीतिक नेतृत्व के बीच टकराव ने मामला और संवेदनशील बना दिया है।