संविधान की रक्षा और अमन-विकास के लिए वोट देने की अपील — शमीम अहमद ने कहा, अमित शाह की घुसपैठिया बयानबाजी हताशा का प्रतीक है। 11 नवंबर को बिहार संविधान की रक्षा के लिए महागठबंधन को वोट देगा, तेजस्वी यादव नए सूरज की तरह रोशन होंगे।
क़लम टाइम्स न्यूज़ नेटवर्क
सीतामढ़ी | 10 नवम्बर 2025
संविधान की रक्षा — यही वह संदेश है जिसे ह्यूमन राइट्स के वरिष्ठ रहनुमा और कायदे-उर्दू शमीम अहमद ने बिहार की जनता के नाम दिया। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है जब जनता को अपने वोट से संविधान की रक्षा करनी होगी और बिहार को अमन, विकास और रोजगार की नई दिशा देनी होगी।
सीतामढ़ी, शिवहर और गोपालगंज जिलों में जनसभाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने लोगों से अपील की कि 11 नवंबर को बिहार में संविधान की रक्षा के लिए महागठबंधन को वोट दें।
‘घुसपैठिये’ का बयान अमित शाह की हताशा का प्रतीक: शमीम अहमद

शमीम अहमद ने गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रथम चरण के जबरदस्त मतदान के बाद एनडीए को यह अहसास हो गया है कि बिहार की जनता अब झूठ और फरेब से ऊब चुकी है।
उन्होंने कहा, “अमित शाह अब हताशा और निराशा में घुसपैठिये का राग अलाप रहे हैं। यह सिर्फ वोटों को पोलराइज़ करने की कोशिश है, ताकि हिंदू-मुसलमान के नाम पर समाज को बांटा जा सके। लेकिन बिहार के लोग अब इस चाल को समझ चुके हैं।”
उन्होंने कहा कि अगर वाकई में घुसपैठ की समस्या थी तो गृह मंत्रालय को कानून के तहत कार्रवाई करनी चाहिए थी, लेकिन अब यह केवल चुनावी प्रपंच है।
महागठबंधन की सरकार बनेगी तो बिहार में अमन, रोजगार और इंसाफ लौटेगा

शमीम अहमद ने कहा कि बिहार में इस बार जनता ने संविधान की रक्षा के लिए मन बना लिया है।
उन्होंने कहा, “पहले चरण के मतदान ने साबित कर दिया कि लोग अब महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से ऊब चुके हैं। अब वे ऐसी सरकार चाहते हैं जो नौजवानों को रोजगार दे, महिलाओं को सम्मान दे और किसानों-मजदूरों को उनका हक दिलाए।”
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव की सरकार गरीबों, मजलूमों और बेबसों की सरकार होगी।
“तेजस्वी यादव इस बार एक नए सूरज की तरह रोशन होंगे और हर घर में रोशनी फैलाएँगे,” उन्होंने भावुक अंदाज में कहा।
जनसभाओं में शमीम अहमद की अपील — फरेब और नफरत की राजनीति को करें खारिज
शमीम अहमद ने पिपरा, सुरसंड, कल्याणपुर और मधुबन विधानसभा क्षेत्रों में जनसभाएं कीं।
उन्होंने सीपीएम के राज मंगल प्रसाद, राजद के सैयद अब्दुल दुजाना, मनोज कुमार यादव, और संध्या रानी के समर्थन में प्रचार किया। उनके साथ कमलेश राय, गुलाम घोष, नईम अंसारी और एजाज खान भी मौजूद रहे। उन्होंने जनता से अपील की कि “इस बार नफरत नहीं, मोहब्बत को वोट दें। फरेब नहीं, संविधान की रक्षा को वोट दें।”
‘अब बिहार बदलाव चाहता है’ — शमीम अहमद

शमीम अहमद ने कहा कि पिछले छह महीनों से वे लगातार बिहार के जिलों का दौरा कर रहे हैं।
“हर जगह एक ही बात सुनने को मिली — अब बिहार बदलाव चाहता है। नौजवान, किसान, मजदूर, महिलाएं सब थक चुके हैं इस झूठी, मक्कार और सांप्रदायिक सरकार से।”
उन्होंने कहा कि एनडीए अब नीतीश कुमार को एक मोहरे की तरह इस्तेमाल कर रही है, लेकिन जनता इस खेल को पहचान चुकी है।
महंगाई, बेरोजगारी और पलायन ने आम लोगों का जीवन मुश्किल बना दिया है। अब जनता ऐसे शासन की उम्मीद कर रही है जो संविधान की रक्षा करते हुए सबको बराबर का हक दे।
“तेजस्वी नए सूरज हैं” — उम्मीद की राजनीति
शमीम अहमद ने कहा कि 14 नवंबर को बिहार में नया सवेरा होगा। “तेजस्वी यादव उस सूरज की तरह हैं जो हर घर को रोशन करेगा। हमने तय कर लिया है — बिहार में इस बार महागठबंधन की सरकार बनेगी।” सभा के अंत में उन्होंने एक शेर सुनाया —
“तुम अपने सूरज का हिसाब अपने पास रखो,
हमें तो आख़िरी घर तक दिया जलाना है।”






