समस्तीपुर में हजारों VVPAT पर्चियां कूड़े में फेंकी मिलीं। प्रशासन हरकत में आया, DM-SP मौके पर पहुंचे। जांच के आदेश दिए गए, लेकिन चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर उठे गंभीर सवाल।
Qalam Times News Network
समस्तीपुर, बिहार | 8 नवंबर 2025
हजारों VVPAT पर्चियां मिलीं फेंकी हुईं, चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल
बिहार के समस्तीपुर जिले में एक बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। VVPAT पर्चियां (Voter Verifiable Paper Audit Trail slips) हजारों की संख्या में सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र के शीतलपट्टी गांव के पास कूड़े में फेंकी पाई गईं। 6 नवंबर को इस क्षेत्र में मतदान हुआ था, और अब 8 नवंबर की सुबह ग्रामीणों ने इन पर्चियों को खुले में पड़ा देखा। यह खबर सामने आते ही पूरे जिले में हड़कंप मच गया और चुनाव आयोग की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।
प्रशासन हरकत में, DM-SP मौके पर पहुंचे
घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी (DM) रोशन कुशवाहा, एसपी (SP) अरविंद प्रताप सिंह और एसडीओ दिलीप कुमार तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे। अधिकारियों ने सभी VVPAT पर्चियां एकत्र कीं और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।
डीएम रोशन कुशवाहा ने कहा — “यह गंभीर लापरवाही है। पर्चियों पर मतदान केंद्र की पहचान की जा रही है, ताकि दोषियों को चिन्हित किया जा सके। इस घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दे दिया गया है।”
स्थानीय लोगों ने जताई नाराज़गी, विपक्ष हुआ हमलावर
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह चुनाव विभाग के कर्मचारियों की घोर लापरवाही है। ग्रामीणों ने सवाल उठाया कि जिन VVPAT पर्चियों को मतदान के बाद आयोग की कड़ी निगरानी में सुरक्षित रखा जाना चाहिए, वे कूड़े में कैसे पहुंचीं?वहीं विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर सरकार और चुनाव आयोग दोनों पर निशाना साधा है। कई दलों के प्रत्याशी घटनास्थल पर पहुंचे और प्रशासन से उच्च स्तरीय जांच की मांग की।
जांच के दायरे में कई सवाल
प्रशासन अब यह पता लगाने में जुटा है कि ये पर्चियां वास्तव में मतदान की हैं या टेस्टिंग के दौरान निकली हुईं। यदि ये वास्तविक मतदान की पर्चियां हैं, तो यह चुनाव प्रक्रिया की गंभीर चूक मानी जाएगी।
अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट होगा कि यह लापरवाही थी या किसी कर्मचारी की गलती।
जांच जारी, आयोग की विश्वसनीयता पर असर
यह घटना न केवल समस्तीपुर प्रशासन बल्कि पूरे चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर रही है। VVPAT पर्चियां चुनाव प्रणाली की पारदर्शिता का प्रतीक मानी जाती हैं, लेकिन उनका इस तरह से कूड़े में मिलना जनता के भरोसे को कमजोर कर सकता है।
डीएम ने कहा कि जांच पूरी पारदर्शिता से होगी और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।






