बिहार चुनाव 2025: कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि एनडीए के खिलाफ मतदाता गुस्से में हैं। पहले चरण में INDIA गठबंधन को मिल रहे हैं स्पष्ट रुझान। चुनाव आयोग पर लगाए पक्षपात के आरोप। पढ़ें पूरी रिपोर्ट Qalam Times पर।
क़लम टाइम्स न्यूज़ नेटवर्क | पटना | 6 नवम्बर 2025
अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के मीडिया एवं पब्लिसिटी विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन पवन खेड़ा ने पटना में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि पहले चरण के मतदान में बिहार के मतदाता पूरी तरह से एनडीए सरकार के खिलाफ खड़े दिखे। उन्होंने कहा कि “लोगों के चेहरों पर जो गुस्सा दिखा, वही गुस्सा अब ईवीएम में भी दर्ज होगा।”
खेड़ा ने कहा, “आज भाजपा के विधायकों, उपमुख्यमंत्री और मंत्रियों को लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। जनता ने अपने गुस्से को वोट में बदल दिया है। बिहार के मतदाता अब अपने हक़ और संविधान की रक्षा के लिए जाग चुके हैं।”
“चुनाव आयोग सो रहा है या सोने का नाटक कर रहा है”
पवन खेड़ा ने चुनाव आयोग पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि आयोग पक्षपातपूर्ण रवैया अपना रहा है और “SIR” (Systematic Information Review) का नाम लेकर विपक्षी वोटरों के नाम मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि “राज्यसभा के पूर्व सांसद आर.के. सिन्हा जैसे लोग दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी वोट डालते हैं और अब बिहार में भी। अगर ये ‘SIR’ सही है, तो ऐसे दोहरे वोटरों पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही?”
खेड़ा ने कहा कि चुनाव आयोग या तो सो गया है या जानबूझकर आंखें मूंदे हुए है। “SIR” का इस्तेमाल महागठबंधन समर्थकों के वोट काटने के लिए किया जा रहा है।
“दानापुर में नावें रोक दी गईं, फिर भी जनता ने मतदान किया”
खेड़ा ने बताया कि प्रशासन ने दानापुर के कई इलाकों में नावों की आवाजाही रोक दी थी ताकि लोग मतदान केंद्रों तक न पहुंच पाएं, लेकिन इसके बावजूद मतदाताओं ने बड़ी संख्या में वोट डाले।
उन्होंने कहा, “भले ही प्रशासन ने रोड़े अटकाए हों, लेकिन जनता ने वोट डालकर साफ़ संदेश दे दिया कि वे तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं। पुरुषों, महिलाओं, युवाओं, किसानों और व्यापारियों ने एकजुट होकर एनडीए के खिलाफ मतदान किया है।”
“पहले चरण का रुझान बता रहा है कि NDA की जमीन खिसक रही है”
पवन खेड़ा ने कहा कि पहले चरण का नतीजा यह दिखा रहा है कि आने वाले चरणों में INDIA महागठबंधन और मज़बूती से उभरेगा। “बिहार के मतदाता अब ठान चुके हैं कि इस बार सरकार बदलेगी। जनता के भीतर गुस्सा है, और वो गुस्सा अब वोट में बदल चुका है।”






