राजद प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में 14 नवंबर के बाद बिहार एक नए युग में प्रवेश करेगा। जनता उनके विज़न और मिशन को पसंद कर रही है और अब बदलाव तय है।
Qalam Times News Network | पटना | 01 नवंबर 2025
मनोज झा बोले — तेजस्वी का मतलब है बिहार का सर्वांगीण विकास

राजद के मुख्य प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद प्रो. मनोज कुमार झा ने पटना में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि 20 वर्षों में बिहार कहां पहुंच गया।
उन्होंने कहा कि “नीति आयोग की रिपोर्ट बताती है कि शिक्षा, स्वास्थ्य और मानव विकास के हर सूचकांक पर बिहार सबसे निचले पायदान पर है। भाजपा-जदयू की सत्ता ने बिहार को पिछड़ेपन में धकेल दिया है।”
मनोज झा ने कहा कि तेजस्वी यादव ने सिर्फ 17 महीने के कार्यकाल में जो काम किए, वह आज भी बिहार की जनता के दिल में हैं।
“नौकरी का मतलब तेजस्वी, विकास का मतलब तेजस्वी और तेजस्वी का मतलब बिहार का नया भविष्य — यही आज जनता की भावना है,” उन्होंने कहा।
“तेजस्वी का विजन और मिशन ही बदलाव की दिशा है”
मनोज झा ने कहा कि यह चुनाव सिर्फ सत्ता बदलने का नहीं, बल्कि बदलाव के विजन का चुनाव है।
“लोग अब टूटी-फूटी ट्रेनों का बिहार नहीं, निवेश और औद्योगिक विकास वाला बिहार चाहते हैं। और वह विजन केवल तेजस्वी के पास है,” उन्होंने कहा।
उन्होंने जोड़ा कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बनने वाली इंडिया महागठबंधन सरकार पूंजी निवेश, रोजगार, आईटी सेक्टर और पर्यटन को नई दिशा देगी।
“बिहार की जनता को अब यह समझ आ गया है कि जो बोलता नहीं, वो काम करता है — और वो हैं तेजस्वी यादव,” झा ने कहा।
“तेजस्वी ने कभी गुजरात का विरोध नहीं किया, बल्कि नफरत की राजनीति का विरोध किया”
प्रो. झा ने कहा कि तेजस्वी यादव ने कभी गुजरात या उसके लोगों का विरोध नहीं किया।
उन्होंने कहा, “तेजस्वी उन नेताओं का विरोध करते हैं जो गांधी और पटेल के विचारों को कमजोर कर रहे हैं। गांधी जी ने बिहार को अपनी कर्मभूमि बनाया, और पटेल ने देश की एकता के लिए जीवन समर्पित किया। तेजस्वी उसी विचारधारा के वाहक हैं।”
महिलाओं और युवाओं के लिए तेजस्वी की योजनाओं का खाका
मनोज झा ने कहा कि तेजस्वी यादव ने हर महिला के खाते में सालाना ₹30,000 देने की घोषणा की है — यानी पांच साल में डेढ़ लाख रुपये।
उन्होंने कहा कि “जो सरकार आज आचार संहिता तोड़कर 10 हजार रुपये दे रही है, वही तेजस्वी की महिलाओं के सम्मान वाली योजना का विरोध कर रही है। यह दिखाता है कि एनडीए महिलाओं के सशक्तिकरण से डरता है।”
उन्होंने बताया कि तेजस्वी की सरकार बनते ही संविदा और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को नियमित किया जाएगा।
हर पंचायत प्रतिनिधि को 25 लाख रुपये का बीमा कवरेज मिलेगा और संवाद के ज़रिए रोजगार की नई नीति लागू की जाएगी।
“तेजस्वी के नेतृत्व में सामाजिक न्याय का नया अध्याय खुलेगा”
मनोज झा ने कहा कि अति पिछड़ा समाज को न्याय दिलाने के लिए “अत्याचार निवारण कानून” लाया जाएगा, ठीक उसी तरह जैसा अनुसूचित जाति-जनजाति समुदायों के लिए लागू है।
उन्होंने कहा कि “आरक्षण में सबकी समान भागीदारी होगी — जिसकी जितनी हिस्सेदारी, उसकी उतनी भागीदारी।”
“प्रधानमंत्री की भाषा पद की गरिमा के खिलाफ”
मनोज झा ने प्रधानमंत्री मोदी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि “वो जिस तरह की भाषा बोल रहे हैं, वह किसी प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देती। देश को गरिमा और गंभीरता चाहिए, न कि कटाक्ष और नफरत।”
उन्होंने कहा कि बिहार अब तय कर चुका है — “चलो बिहार, बदले बिहार” के नारे के साथ जनता तेजस्वी यादव के साथ खड़ी है।
इस अवसर पर प्रो. नवल किशोर यादव, एजाज अहमद, सारिका पासवान, लारेब अकरम, प्रमोद कुमार सिन्हा, उत्पल बल्लभ और आरजू खान सहित कई प्रमुख नेता मौजूद रहे।
सभा के अंत में नारे गूंजे — “तेजस्वी है तो भरोसा है, बिहार बदलेगा ज़रूर!”






