प्रियंका गांधी वाद्रा ने कहा कि बिहार में वोट चोरी जनता के खिलाफ बहुत बड़ी साजिश है। केंद्र से चल रही सरकार में नीतीश कुमार की नहीं हो रही कोई सुनवाई, कांग्रेस महासचिव ने भाजपा-जदयू पर जमकर साधा निशाना।
Qalam Times News Network
पटना | 3 नवंबर 2025
प्रियंका गांधी का आरोप — वोट चोरी से छीन रहे हैं लोगों के अधिकार
सोनबरसा (बिहार) में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने कहा कि बिहार में 65 लाख लोगों के नाम मतदाता सूची से काटना, दरअसल, वोट चोरी की सुनियोजित साजिश है।
उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार लोगों के बुनियादी अधिकार छीन रही है — वोट चोरी का मतलब केवल मतदान से वंचित होना नहीं, बल्कि यह नागरिकता छीनने जैसा है। इससे लोग पेंशन, मनरेगा और सरकारी योजनाओं से भी बाहर हो जाएंगे।

प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि वे जनता की समस्याओं से ध्यान भटकाने के लिए हमेशा अतीत की बातें करते हैं। उन्होंने व्यंग्य में कहा, “प्रधानमंत्री को एक अपमान मंत्रालय बना लेना चाहिए, जो यह हिसाब रखे कि किसने कब क्या कहा।”
“नीतीश कुमार की नहीं हो रही सुनवाई, सरकार चला रही है दिल्ली”
प्रियंका गांधी ने जदयू-भाजपा गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि आज बिहार की सरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नहीं चला रहे, बल्कि दिल्ली से आदेश मिल रहे हैं।
उन्होंने कहा, “बिहार के मुख्यमंत्री की ही सुनवाई नहीं हो रही है, तो जनता की आवाज कौन सुनेगा?”
प्रियंका ने कहा कि राज्य में वोट चोरी की यह साजिश लोकतंत्र के लिए खतरा है।
भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और पलायन पर किया सीधा हमला

कांग्रेस महासचिव ने राज्य की शिक्षा, स्वास्थ्य और प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बिहार में पेपर लीक आम बात हो गई है, अस्पतालों की हालत खराब है, और बेरोजगारी की वजह से लाखों युवा पलायन करने को मजबूर हैं।
उन्होंने कहा कि किसानों को फसल का उचित दाम नहीं मिलता और खेती अब घाटे का सौदा बन गई है।
प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाया कि उन्होंने देश के बड़े उद्योग अपने उद्योगपति दोस्तों को सौंप दिए।
उन्होंने कहा, “बिहार की हजारों एकड़ ज़मीन अडानी को एक रुपये प्रति एकड़ में दी गई, लेकिन किसानों का कर्ज माफ नहीं होता।”
महिलाओं और गरीबों के लिए महागठबंधन के वादे
प्रियंका गांधी ने महागठबंधन के प्रमुख वादों का भी जिक्र किया।उन्होंने कहा कि वृद्धों और विधवाओं को 1,500 रुपये प्रति माह पेंशन दी जाएगी, भूमिहीन परिवारों को 3–5 डिसमिल जमीन मिलेगी, जिसका मालिकाना हक महिलाओं को दिया जाएगा। “माई-बहन मान सम्मान योजना” के तहत 2,500 रुपये प्रति माह महिलाओं को मिलेंगे, और किसानों को एमएसपी की गारंटी दी जाएगी।
उन्होंने वादा किया कि मनरेगा की मजदूरी 300 रुपये प्रतिदिन की जाएगी, और संविदाकर्मियों को स्थायी किया जाएगा। साथ ही, कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना फिर से लागू होगी और 200 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी।
“10 हजार रुपये लें, पर वोट मत दें”
प्रियंका गांधी ने महिलाओं से अपील की — “अगर सरकार चुनाव से पहले 10 हजार रुपये दे रही है, तो वो रुपये ले लीजिए, लेकिन वोट मत दीजिए। यह आपकी मेहनत का पैसा है, कोई एहसान नहीं।”
उन्होंने कहा कि 20 साल से सत्ता में बैठे लोग अब जनता को रिश्वत देकर गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।सभा में कांग्रेस सांसद मनोज राम, पप्पू यादव, ओमप्रकाश नारायण, रविंद्र यादव, सरिता पासवान, और अशोक सिंह समेत महागठबंधन के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
सभा में भारी भीड़ उमड़ी और “प्रियंका गांधी ज़िंदाबाद” के नारों से मैदान गूंज उठा।






