सीवान में आरजेडी उम्मीदवार अवध बिहारी चौधरी के समर्थन में हुई विशाल जनसभा में क़ायदे उर्दू शमीम अहमद ने कहा — “अगर ज़िंदा हो तो बोलो, कफ़न में कौन बोलेगा।” उन्होंने जनता से बेरोज़गारी और संविधान बचाने के लिए वोट करने की अपील की।
Qalam Times News Network
सीवान, 1 नवम्बर 2025
बिहार विधानसभा चुनाव के तहत सीवान में आज राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) उम्मीदवार अवध बिहारी चौधरी के समर्थन में एक जबरदस्त जनसभा आयोजित की गई। इस जनसभा में मुख्य वक्ता के रूप में पहुँचे क़ायदे उर्दू शमीम अहमद ने अपने जोशीले अंदाज़ और बेबाक़ शब्दों से लोगों के दिलों को छू लिया।
“यह सिर्फ़ एक उम्मीदवार का नहीं, बल्कि जनता की किस्मत का फ़ैसला है”
शमीम अहमद ने सभा की शुरुआत एक असरदार शेर से की—
“लगी है आग फूलों में, चमन में कौन बोलेगा,
अगर ज़िंदा हो तो बोलो, कफ़न में कौन बोलेगा।”
उन्होंने कहा कि अब वक्त ख़ामोश रहने का नहीं, बल्कि आवाज़ बुलंद करने का है।
“यह चुनाव सिर्फ़ एक उम्मीदवार का नहीं, बल्कि जनता की किस्मत का फ़ैसला है — एक नई तारीख़ लिखने का मौक़ा है।”
उन्होंने भीड़ से अपील की कि 6 और 11 नवम्बर को अपना वोट देकर सीवान से एक नई शुरुआत करें।
अपने संबोधन में शमीम अहमद ने कहा कि आज हर दिशा में एक ही नारा गूंज रहा है —“बेरोज़गारी के खिलाफ़ वोट दो, संविधान को बचाओ।” उन्होंने जनता से कहा कि अगर वे संविधान की हिफ़ाज़त और रोज़गार की उम्मीद रखना चाहते हैं, तो अवध बिहारी चौधरी को वोट देकर मज़बूत करें।
उन्होंने कहा —“हमारी यह आवाज़ दिल्ली तक जानी चाहिए।”
शमीम अहमद ने तेजस्वी यादव की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे ऐसे नेता हैं जो
“हर आख़िरी घर तक दिया जलाने का काम करेंगे।”इसलिए, बिहार में उजाला फैलाने के लिए सीवान की जनता को एकजुट होकर आरजेडी को जिताना चाहिए।
“फ़िरक़ापरस्ती के ख़िलाफ़ ललकार लेकर आया हूँ”

अपने भाषण में शमीम अहमद ने बताया कि वे बंगाल की उस धरती से आए हैं, जहाँ मौलाना आज़ाद, काज़ी नज़रुल इस्लाम, नेताजी सुभाषचंद्र बोस और रवींद्रनाथ टैगोर जैसी महान हस्तियाँ पैदा हुईं।
उन्होंने कहा,
“मैं वहाँ से फ़िरक़ापरस्ती के ख़िलाफ़ ललकार लेकर आया हूँ।”
सभा के अंत में उन्होंने एकता और भाईचारे का संदेश देते हुए कहा —
“हिंदू इंजन है तो मुसलमान बोगी है — दोनों को मिलकर ही मुल्क की ट्रेन चलती है। अगर एक रुक गया, तो मंज़िल अधूरी रह जाएगी।”
सभा समाप्त होने पर पूरा मैदान “अवध बिहारी चौधरी ज़िंदाबाद” और “तेजस्वी यादव आगे बढ़ो” के नारों से गूंज उठा।






