फर्जीवाड़ा विवाद में सम्राट चौधरी की मुश्किलें बढ़ीं। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से जांच की मांग की, कहा – बीजेपी के उपमुख्यमंत्री ने हलफनामे में गलत उम्र बताई और सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अनदेखी की।
Qalam Times News Network | पटना | 01 नवंबर 2025
फर्जीवाड़ा पर कांग्रेस का वार, सम्राट चौधरी की उम्र पर उठे गंभीर सवाल
फर्जीवाड़ा का नया आरोप बिहार के उपमुख्यमंत्री और तारापुर से बीजेपी उम्मीदवार सम्राट चौधरी पर कांग्रेस ने लगाया है। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया कि सम्राट चौधरी ने अपने चुनावी हलफनामे में उम्र को लेकर झूठ बोला है। उन्होंने कहा, “अब यह साफ़ है कि सम्राट चौधरी न सिर्फ़ अपनी डिग्री बल्कि अपनी उम्र को लेकर भी जनता को गुमराह कर रहे हैं।”
प्रवक्ता ने बताया कि सम्राट चौधरी ने अपने हलफनामे में जन्म वर्ष 1968 और उम्र 56 साल लिखी है, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने साल 2003 में अपने फैसले में उनकी जन्मतिथि 1981 मानी थी। सुप्रीम कोर्ट ने उस वक्त उनका विधानसभा चुनाव रद्द कर दिया था और मंत्री पद से इस्तीफ़ा देने का आदेश दिया था।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी फर्जीवाड़ा जारी – कांग्रेस

सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि यह कोई साधारण गलती नहीं बल्कि सोचा-समझा फर्जीवाड़ा है। कोर्ट के आदेश और बिहार बोर्ड के सर्टिफिकेट में दर्ज जन्म वर्ष के बावजूद सम्राट चौधरी ने अपनी उम्र बदलकर पेश की।
उन्होंने आरोप लगाया कि “जब बिहार के उपमुख्यमंत्री खुद कानून की धज्जियां उड़ाएं, तो बाकी से क्या उम्मीद की जा सकती है? यह बिहार बीजेपी का नया जादू है — जब चाहो उम्र घटाओ, जब चाहो बढ़ाओ।”
उन्होंने याद दिलाया कि 1995 के तारापुर हत्याकांड में बेल के लिए सम्राट चौधरी ने खुद को 15 वर्ष का नाबालिग बताया था, यानी उस समय उन्होंने खुद माना था कि उनका जन्म 1981 में हुआ। लेकिन अब, अपनी सुविधा के लिए वही जन्मतिथि 1968 कर दी गई।
“BJP में नैतिकता गायब, कानून सिर्फ़ विपक्ष के लिए”
कांग्रेस प्रवक्ता ने सवाल उठाया कि अगर यही फर्जीवाड़ा किसी आम नागरिक या विपक्षी नेता ने किया होता, तो प्रशासन क्या करता? उन्होंने कहा, “सरकारें कानून के नाम पर जनता को सख्ती दिखाती हैं, लेकिन जब मामला उनके अपने नेताओं का होता है तो वे मौन साध लेती हैं।”
सुप्रिया श्रीनेत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधते हुए कहा कि “इन दोनों की चुप्पी इस बात का सबूत है कि बीजेपी में झूठ और ठगी ही राजनीति का आधार बन चुका है।”
“बिहार की जनता देगी जवाब”
कांग्रेस ने चुनाव आयोग से मांग की है कि वह इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करे और दोषियों पर कार्रवाई सुनिश्चित करे।
उन्होंने कहा, “अगर बीजेपी इस फर्जीवाड़ा पर कार्रवाई नहीं करती, तो बिहार की जनता उन्हें करारा जवाब देगी। जनता सब समझती है — झूठे दस्तावेज़, फर्जी डिग्रियाँ और गलत उम्र अब छिप नहीं पाएंगे।”
इस संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रीय प्रवक्ता अभय दुबे, नेशनल मीडिया कोऑर्डिनेटर संजीव सिंह, कोषाध्यक्ष जितेंद्र गुप्ता, मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ और नदीम अख्तर अंसारी भी मौजूद थे।






